रामायणम् — 4.42.52
Original
Segmented
तत्र न अमुदितः कश्चिन् न अस्ति कश्चिद् असत्-प्रियः अहन्य् अहनि वर्धन्ते गुणास् तत्र मनोरमाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत्र | तत्र | pos=i |
न | न | pos=i |
अमुदितः | अमुदित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
कश्चिन् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
असत् | असत् | pos=a,comp=y |
प्रियः | प्रिय | pos=a,g=m,c=1,n=s |
अहन्य् | अहर् | pos=n,g=,c=7,n=s |
अहनि | अहर् | pos=n,g=,c=7,n=s |
वर्धन्ते | वृध् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
गुणास् | गुण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तत्र | तत्र | pos=i |
मनोरमाः | मनोरम | pos=a,g=m,c=1,n=p |