रामायणम् — 4.42.18
Original
Segmented
तम् अतिक्रम्य च आकाशम् सर्वतः शत-योजनम् अपर्वत-नदी-वृक्षम् सर्व-सत्त्व-विवर्जितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अतिक्रम्य | अतिक्रम् | pos=vi |
च | च | pos=i |
आकाशम् | आकाश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सर्वतः | सर्वतस् | pos=i |
शत | शत | pos=n,comp=y |
योजनम् | योजन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अपर्वत | अपर्वत | pos=a,comp=y |
नदी | नदी | pos=n,comp=y |
वृक्षम् | वृक्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
सत्त्व | सत्त्व | pos=n,comp=y |
विवर्जितम् | विवर्जय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |