रामायणम् — 4.41.8
Original
Segmented
गिरि-जाल-आवृताम् दुर्गाम् मार्गित्वा पश्चिमाम् दिशम् ततः पश्चिमम् आसाद्य समुद्रम् द्रष्टुम् अर्हथ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
गिरि | गिरि | pos=n,comp=y |
जाल | जाल | pos=n,comp=y |
आवृताम् | आवृ | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
दुर्गाम् | दुर्ग | pos=a,g=f,c=2,n=s |
मार्गित्वा | मार्ग् | pos=vi |
पश्चिमाम् | पश्चिम | pos=a,g=f,c=2,n=s |
दिशम् | दिश् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
ततः | ततस् | pos=i |
पश्चिमम् | पश्चिम | pos=a,g=m,c=2,n=s |
आसाद्य | आसादय् | pos=vi |
समुद्रम् | समुद्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
द्रष्टुम् | दृश् | pos=vi |
अर्हथ | अर्ह् | pos=v,p=2,n=p,l=lat |