रामायणम् — 4.41.51
Original
Segmented
अतो ऽन्यद् अपि यत् किंचित् कार्यस्य अस्य हितम् भवेत् सम्प्रधार्य भवद्भिः च देश-काल-अर्थ-संहितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अतो | अतस् | pos=i |
ऽन्यद् | अन्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
किंचित् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कार्यस्य | कार्य | pos=n,g=n,c=6,n=s |
अस्य | इदम् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
हितम् | हित | pos=a,g=n,c=1,n=s |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
सम्प्रधार्य | सम्प्रधारय् | pos=vi |
भवद्भिः | भवत् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
देश | देश | pos=n,comp=y |
काल | काल | pos=n,comp=y |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
संहितम् | संधा | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |