रामायणम् — 4.41.33
Original
Segmented
तेन एवम् उक्तः शैलेन्द्रः सर्व एव त्वद्-आश्रयाः मद्-प्रसादात् भविष्यन्ति दिवा रात्रौ च काञ्चनाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
एवम् | एवम् | pos=i |
उक्तः | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
शैलेन्द्रः | शैलेन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
आश्रयाः | आश्रय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
मद् | मद् | pos=n,comp=y |
प्रसादात् | प्रसाद | pos=n,g=m,c=5,n=s |
भविष्यन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
दिवा | दिवा | pos=i |
रात्रौ | रात्रि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
काञ्चनाः | काञ्चन | pos=a,g=m,c=1,n=p |