रामायणम् — 4.41.14
Original
Segmented
तानि नीडानि सिंहानाम् गिरि-शृङ्ग-गताः च ये दृप्तास् तृप्ताः च मातंगास् तोयद-स्वन-निःस्वनाः विचरन्ति विशाले ऽस्मिंस् तोय-पूर्णे समन्ततः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तानि | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
नीडानि | नीड | pos=n,g=n,c=1,n=p |
सिंहानाम् | सिंह | pos=n,g=m,c=6,n=p |
गिरि | गिरि | pos=n,comp=y |
शृङ्ग | शृङ्ग | pos=n,comp=y |
गताः | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
च | च | pos=i |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
दृप्तास् | दृप् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
तृप्ताः | तृप् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
च | च | pos=i |
मातंगास् | मातंग | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तोयद | तोयद | pos=n,comp=y |
स्वन | स्वन | pos=n,comp=y |
निःस्वनाः | निःस्वन | pos=n,g=m,c=1,n=p |
विचरन्ति | विचर् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
विशाले | विशाल | pos=a,g=m,c=7,n=s |
ऽस्मिंस् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
तोय | तोय | pos=n,comp=y |
पूर्णे | पृ | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
समन्ततः | समन्ततः | pos=i |