रामायणम् — 4.40.28
Original
Segmented
चन्द्र-सूर्य-अंशु-संकाशः सागर-अम्बु-समावृतः भ्राजते विपुलैः शृङ्गैः अम्बरम् विलिखन्न् इव
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
चन्द्र | चन्द्र | pos=n,comp=y |
सूर्य | सूर्य | pos=n,comp=y |
अंशु | अंशु | pos=n,comp=y |
संकाशः | संकाश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सागर | सागर | pos=n,comp=y |
अम्बु | अम्बु | pos=n,comp=y |
समावृतः | समावृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
भ्राजते | भ्राज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
विपुलैः | विपुल | pos=a,g=n,c=3,n=p |
शृङ्गैः | शृङ्ग | pos=n,g=n,c=3,n=p |
अम्बरम् | अम्बर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विलिखन्न् | विलिख् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |