रामायणम् — 4.40.24
Original
Segmented
द्वीपस् तस्य अपरे पारे शत-योजनम् आयतः अगम्यो मानुषैः दीप्तस् तम् मार्गध्वम् समन्ततः तत्र सर्व-आत्मना सीता मार्गितव्या विशेषतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
द्वीपस् | द्वीप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अपरे | अपर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
पारे | पार | pos=n,g=m,c=7,n=s |
शत | शत | pos=n,comp=y |
योजनम् | योजन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आयतः | आयम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अगम्यो | अगम्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
मानुषैः | मानुष | pos=n,g=m,c=3,n=p |
दीप्तस् | दीप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मार्गध्वम् | मार्ग् | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
समन्ततः | समन्ततः | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
आत्मना | आत्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
सीता | सीता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
मार्गितव्या | मार्ग् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=krtya |
विशेषतः | विशेषतः | pos=i |