रामायणम् — 4.40.23
Original
Segmented
सिद्ध-चारण-संघैः च प्रकीर्णम् सु मनोहरम् तम् उपैति सहस्राक्षः सदा पर्वसु पर्वसु
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सिद्ध | सिद्ध | pos=n,comp=y |
चारण | चारण | pos=n,comp=y |
संघैः | संघ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
प्रकीर्णम् | प्रक् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
सु | सु | pos=i |
मनोहरम् | मनोहर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उपैति | उपे | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सहस्राक्षः | सहस्राक्ष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सदा | सदा | pos=i |
पर्वसु | पर्वन् | pos=n,g=n,c=7,n=p |
पर्वसु | पर्वन् | pos=n,g=n,c=7,n=p |