रामायणम् — 4.39.37
Original
Segmented
ते पतन्ति जले नित्यम् सूर्यस्य उदयनम् प्रति अभितप्ताः च सूर्येण लम्बन्ते स्म पुनः पुनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पतन्ति | पत् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
जले | जल | pos=n,g=n,c=7,n=s |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
सूर्यस्य | सूर्य | pos=n,g=m,c=6,n=s |
उदयनम् | उदयन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्रति | प्रति | pos=i |
अभितप्ताः | अभितप् | pos=va,g=f,c=2,n=p,f=part |
च | च | pos=i |
सूर्येण | सूर्य | pos=n,g=m,c=3,n=s |
लम्बन्ते | लम्ब् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
स्म | स्म | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |