Original

गृहं च वैनतेयस्य नानारत्नविभूषितम् ।तत्र कैलाससंकाशं विहितं विश्वकर्मणा ॥ ३५ ॥

Segmented

गृहम् च वैनतेयस्य नाना रत्न-विभूषितम् तत्र कैलास-संकाशम् विहितम् विश्वकर्मणा

Analysis

Word Lemma Parse
गृहम् गृह pos=n,g=n,c=2,n=s
pos=i
वैनतेयस्य वैनतेय pos=n,g=m,c=6,n=s
नाना नाना pos=i
रत्न रत्न pos=n,comp=y
विभूषितम् विभूषय् pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
तत्र तत्र pos=i
कैलास कैलास pos=n,comp=y
संकाशम् संकाश pos=n,g=n,c=2,n=s
विहितम् विधा pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
विश्वकर्मणा विश्वकर्मन् pos=n,g=m,c=3,n=s