रामायणम् — 4.39.32
Original
Segmented
तत्र असुराः महा-कायाः छायाम् गृह्णन्ति नित्यशः ब्रह्मणा समनुज्ञाता दीर्घ-कालम् बुभुक्षिताः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत्र | तत्र | pos=i |
असुराः | असुर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
कायाः | काय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
छायाम् | छाया | pos=n,g=f,c=2,n=s |
गृह्णन्ति | ग्रह् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
नित्यशः | नित्यशस् | pos=i |
ब्रह्मणा | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
समनुज्ञाता | समनुज्ञा | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
दीर्घ | दीर्घ | pos=a,comp=y |
कालम् | काल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
बुभुक्षिताः | बुभुक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |