रामायणम् — 4.38.8
Original
Segmented
एतस्मिन्न् अन्तरे च एव रजः समभिवर्तत उष्णाम् तीव्राम् सहस्रांशोः छादयद् गगने प्रभाम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एतस्मिन्न् | एतद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
अन्तरे | अन्तर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
रजः | रजस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
समभिवर्तत | समभिवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
उष्णाम् | उष्ण | pos=a,g=f,c=2,n=s |
तीव्राम् | तीव्र | pos=a,g=f,c=2,n=s |
सहस्रांशोः | सहस्रांशु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
छादयद् | छादय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
गगने | गगन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
प्रभाम् | प्रभा | pos=n,g=f,c=2,n=s |