रामायणम् — 4.38.22
Original
Segmented
दरीमुखः च बलवान् यूथपो ऽभ्याययौ तदा वृतः कोटि-सहस्रेण सुग्रीवम् समुपस्थितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दरीमुखः | दरीमुख | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
बलवान् | बलवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
यूथपो | यूथप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽभ्याययौ | अभ्याया | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तदा | तदा | pos=i |
वृतः | वृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
कोटि | कोटि | pos=n,comp=y |
सहस्रेण | सहस्र | pos=n,g=n,c=3,n=s |
सुग्रीवम् | सुग्रीव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समुपस्थितः | समुपस्था | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |