रामायणम् — 4.38.15
Original
Segmented
ततः काञ्चन-शैल-आभः ताराया वीर्यवान् पिता अनेकैः दश-साहस्रैः कोटिभिः प्रत्यदृश्यत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततः | ततस् | pos=i |
काञ्चन | काञ्चन | pos=a,comp=y |
शैल | शैल | pos=n,comp=y |
आभः | आभ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ताराया | तारा | pos=n,g=f,c=6,n=s |
वीर्यवान् | वीर्यवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
पिता | पितृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अनेकैः | अनेक | pos=a,g=n,c=3,n=p |
दश | दशन् | pos=n,comp=y |
साहस्रैः | साहस्र | pos=n,g=n,c=3,n=p |
कोटिभिः | कोटि | pos=n,g=f,c=3,n=p |
प्रत्यदृश्यत | प्रतिदृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |