रामायणम् — 4.35.15
Original
Segmented
सहायेन च सुग्रीव त्वया रामः प्रतापवान् वधिष्यति रणे शत्रून् अचिरतः न अत्र संशयः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सहायेन | सहाय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
सुग्रीव | सुग्रीव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
रामः | राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रतापवान् | प्रतापवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
वधिष्यति | वध् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
शत्रून् | शत्रु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अचिरतः | अचिर | pos=a,g=n,c=5,n=s |
न | न | pos=i |
अत्र | अत्र | pos=i |
संशयः | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |