रामायणम् — 4.34.20
Original
Segmented
तांः च प्रतीक्षमाणो ऽयम् विक्रान्तान् सु महा-बलान् राघवस्य अर्थ-सिद्धि-अर्थम् न निर्याति हरि-ईश्वरः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तांः | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
प्रतीक्षमाणो | प्रतीक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विक्रान्तान् | विक्रम् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
सु | सु | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
बलान् | बल | pos=n,g=m,c=2,n=p |
राघवस्य | राघव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
सिद्धि | सिद्धि | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
निर्याति | निर्या | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
हरि | हरि | pos=n,comp=y |
ईश्वरः | ईश्वर | pos=n,g=m,c=1,n=s |