रामायणम् — 4.34.15
Original
Segmented
शत-कोटि-सहस्राणि लङ्कायाम् किल रक्षसाम् अयुतानि च षट्त्रिंशत् सहस्राणि शतानि च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शत | शत | pos=n,comp=y |
कोटि | कोटि | pos=n,comp=y |
सहस्राणि | सहस्र | pos=n,g=n,c=1,n=p |
लङ्कायाम् | लङ्का | pos=n,g=f,c=7,n=s |
किल | किल | pos=i |
रक्षसाम् | रक्षस् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
अयुतानि | अयुत | pos=n,g=n,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
षट्त्रिंशत् | षट्त्रिंशत् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
सहस्राणि | सहस्र | pos=n,g=n,c=1,n=p |
शतानि | शत | pos=n,g=n,c=1,n=p |
च | च | pos=i |