रामायणम् — 4.31.4
Original
Segmented
असुहृद्भिः मे अमित्रैः नित्यम् अन्तर-दर्शिभिः मम दोषान् असंभूताञ् श्रावितो राघव-अनुजः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
असुहृद्भिः | असुहृद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
अमित्रैः | अमित्र | pos=a,g=m,c=3,n=p |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
अन्तर | अन्तर | pos=a,comp=y |
दर्शिभिः | दर्शिन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
दोषान् | दोष | pos=n,g=m,c=2,n=p |
असंभूताञ् | असंभूत | pos=a,g=m,c=2,n=p |
श्रावितो | श्रावय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
राघव | राघव | pos=n,comp=y |
अनुजः | अनुज | pos=n,g=m,c=1,n=s |