रामायणम् — 4.31.3
Original
Segmented
न मे दुर्व्याहृतम् किंचिन् न अपि मे दुरनुष्ठितम् लक्ष्मणो राघव-भ्राता क्रुद्धः किम् इति चिन्तये
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
दुर्व्याहृतम् | दुर्व्याहृत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
किंचिन् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
दुरनुष्ठितम् | दुरनुष्ठित | pos=a,g=n,c=1,n=s |
लक्ष्मणो | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
राघव | राघव | pos=n,comp=y |
भ्राता | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
क्रुद्धः | क्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इति | इति | pos=i |
चिन्तये | चिन्तय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |