रामायणम् — 4.30.37
Original
Segmented
अथ अङ्गद-वचः श्रुत्वा तेन एव च समागतौ मन्त्रिणो वानर-इन्द्रस्य संमत-उदार-दर्शिनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अथ | अथ | pos=i |
अङ्गद | अङ्गद | pos=n,comp=y |
वचः | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
एव | एव | pos=i |
च | च | pos=i |
समागतौ | समागम् | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
मन्त्रिणो | मन्त्रिन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वानर | वानर | pos=n,comp=y |
इन्द्रस्य | इन्द्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
संमत | सम्मन् | pos=va,comp=y,f=part |
उदार | उदार | pos=a,comp=y |
दर्शिनः | दर्शिन् | pos=a,g=m,c=1,n=d |