रामायणम् — 4.30.13
Original
Segmented
काम-क्रोध-समुत्थेन भ्रातुः कोप-अग्निना वृतः प्रभञ्जन इव अ प्रीतः प्रययौ लक्ष्मणस् तदा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
काम | काम | pos=n,comp=y |
क्रोध | क्रोध | pos=n,comp=y |
समुत्थेन | समुत्थ | pos=a,g=m,c=3,n=s |
भ्रातुः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कोप | कोप | pos=n,comp=y |
अग्निना | अग्नि | pos=n,g=m,c=3,n=s |
वृतः | वृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्रभञ्जन | प्रभञ्जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
अ | अ | pos=i |
प्रीतः | प्री | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्रययौ | प्रया | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
लक्ष्मणस् | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तदा | तदा | pos=i |