रामायणम् — 4.29.43
Original
Segmented
कामम् एवम् गते ऽप्य् अस्य परिज्ञाते पराक्रमे त्वद्-सहायस्य मे वीर न चिन्ता स्यान् नृप-आत्मज
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कामम् | काम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एवम् | एवम् | pos=i |
गते | गम् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
ऽप्य् | अपि | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
परिज्ञाते | परिज्ञा | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
पराक्रमे | पराक्रम | pos=n,g=m,c=7,n=s |
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
सहायस्य | सहाय | pos=n,g=m,c=6,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
वीर | वीर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
चिन्ता | चिन्ता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
स्यान् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
नृप | नृप | pos=n,comp=y |
आत्मज | आत्मज | pos=n,g=m,c=8,n=s |