रामायणम् — 4.29.42
Original
Segmented
घोरम् ज्या-तल-निर्घोषम् क्रुद्धस्य मम संयुगे निर्घोषम् इव वज्रस्य पुनः संश्रोतुम् इच्छति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
घोरम् | घोर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
ज्या | ज्या | pos=n,comp=y |
तल | तल | pos=n,comp=y |
निर्घोषम् | निर्घोष | pos=a,g=n,c=2,n=s |
क्रुद्धस्य | क्रुध् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
संयुगे | संयुग | pos=n,g=n,c=7,n=s |
निर्घोषम् | निर्घोष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
वज्रस्य | वज्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
संश्रोतुम् | संश्रु | pos=vi |
इच्छति | इष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |