रामायणम् — 4.28.26
Original
Segmented
तद् आज्ञापय कः किम् ते कृते वसतु कुत्रचित् हरयो ह्य् अप्रधृष्यास् ते सन्ति कोटि-अग्रतस् ऽनघ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आज्ञापय | आज्ञापय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
कः | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
कृते | कृ | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
वसतु | वस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
कुत्रचित् | कुत्रचिद् | pos=i |
हरयो | हरि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ह्य् | हि | pos=i |
अप्रधृष्यास् | अप्रधृष्य | pos=a,g=m,c=1,n=p |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सन्ति | अस् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
कोटि | कोटि | pos=n,comp=y |
अग्रतस् | अग्रतस् | pos=i |
ऽनघ | अनघ | pos=a,g=m,c=8,n=s |