Original

संध्यारागोत्थितैस्ताम्रैरन्तेष्वधिकपाण्डुरैः ।स्निग्धैरभ्रपटच्छदैर्बद्धव्रणमिवाम्बरम् ॥ ५ ॥

Segmented

संध्या-राग-उत्थितैः ताम्रैः अन्तेष्व् अधिक-पाण्डुरैः स्निग्धैः अभ्र-पट-छदैः बद्ध-व्रणम् इव अम्बरम्

Analysis

Word Lemma Parse
संध्या संध्या pos=n,comp=y
राग राग pos=n,comp=y
उत्थितैः उत्था pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part
ताम्रैः ताम्र pos=a,g=m,c=3,n=p
अन्तेष्व् अन्त pos=n,g=m,c=7,n=p
अधिक अधिक pos=a,comp=y
पाण्डुरैः पाण्डुर pos=a,g=m,c=3,n=p
स्निग्धैः स्निग्ध pos=a,g=m,c=3,n=p
अभ्र अभ्र pos=n,comp=y
पट पट pos=n,comp=y
छदैः छद pos=n,g=m,c=3,n=p
बद्ध बन्ध् pos=va,comp=y,f=part
व्रणम् व्रण pos=n,g=n,c=1,n=s
इव इव pos=i
अम्बरम् अम्बर pos=n,g=n,c=1,n=s