रामायणम् — 4.27.25
Original
Segmented
प्रहर्षिताः केतक-पुष्प-गन्धम् आघ्राय हृष्टा वन-निर्झरेषु प्रपात-शब्द-आकुलिताः गज-इन्द्राः सार्धम् मयूरैः समदा नदन्ति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रहर्षिताः | प्रहर्षय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
केतक | केतक | pos=n,comp=y |
पुष्प | पुष्प | pos=n,comp=y |
गन्धम् | गन्ध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आघ्राय | आघ्रा | pos=vi |
हृष्टा | हृष् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
वन | वन | pos=n,comp=y |
निर्झरेषु | निर्झर | pos=n,g=m,c=7,n=p |
प्रपात | प्रपात | pos=n,comp=y |
शब्द | शब्द | pos=n,comp=y |
आकुलिताः | आकुलित | pos=a,g=m,c=1,n=p |
गज | गज | pos=n,comp=y |
इन्द्राः | इन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सार्धम् | सार्धम् | pos=i |
मयूरैः | मयूर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
समदा | समद | pos=a,g=m,c=1,n=p |
नदन्ति | नद् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |