रामायणम् — 4.27.17
Original
Segmented
क्वचित् प्रकाशम् क्वचिद् अप्रकाशम् नभः प्रकीर्ण-अम्बुधरम् विभाति क्वचित् क्वचित् पर्वत-संनिरुद्धम् रूपम् यथा शान्त-महा-अर्णवस्य
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
क्वचित् | क्वचिद् | pos=i |
प्रकाशम् | प्रकाश | pos=a,g=n,c=1,n=s |
क्वचिद् | क्वचिद् | pos=i |
अप्रकाशम् | अप्रकाश | pos=a,g=n,c=1,n=s |
नभः | नभस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
प्रकीर्ण | प्रक् | pos=va,comp=y,f=part |
अम्बुधरम् | अम्बुधर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विभाति | विभा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
क्वचित् | क्वचिद् | pos=i |
क्वचित् | क्वचिद् | pos=i |
पर्वत | पर्वत | pos=n,comp=y |
संनिरुद्धम् | संनिरुध् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
रूपम् | रूप | pos=n,g=n,c=1,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
शान्त | शम् | pos=va,comp=y,f=part |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
अर्णवस्य | अर्णव | pos=n,g=m,c=6,n=s |