रामायणम् — 4.26.8
Original
Segmented
तद्-समुत्थेन शोकेन बाष्प-उपहत-चेतसम् तम् शोचमानम् काकुत्स्थम् नित्यम् शोक-परायणम् तुल्य-दुःखः ऽब्रवीद् भ्राता लक्ष्मणो ऽनुनयन् वचः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तद् | तद् | pos=n,comp=y |
समुत्थेन | समुत्थ | pos=a,g=m,c=3,n=s |
शोकेन | शोक | pos=n,g=m,c=3,n=s |
बाष्प | बाष्प | pos=n,comp=y |
उपहत | उपहन् | pos=va,comp=y,f=part |
चेतसम् | चेतस् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
शोचमानम् | शुच् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
काकुत्स्थम् | काकुत्स्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
परायणम् | परायण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तुल्य | तुल्य | pos=a,comp=y |
दुःखः | दुःख | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽब्रवीद् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
भ्राता | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
लक्ष्मणो | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽनुनयन् | अनुनी | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
वचः | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |