रामायणम् — 4.26.5
Original
Segmented
अवसत् तत्र धर्म-आत्मा राघवः सहलक्ष्मणः बहु-दृश्य-दरी-कुञ्जे तस्मिन् प्रस्रवणे गिरौ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अवसत् | वस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
तत्र | तत्र | pos=i |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
राघवः | राघव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सहलक्ष्मणः | सहलक्ष्मण | pos=a,g=m,c=1,n=s |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
दृश्य | दृश् | pos=va,comp=y,f=krtya |
दरी | दरी | pos=n,comp=y |
कुञ्जे | कुञ्ज | pos=n,g=n,c=7,n=s |
तस्मिन् | तद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
प्रस्रवणे | प्रस्रवण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
गिरौ | गिरि | pos=n,g=m,c=7,n=s |