Original

हृष्टपुष्टजनाकीर्णा पताकाध्वजशोभिता ।बभूव नगरी रम्या क्षिकिन्धा गिरिगह्वरे ॥ ३७ ॥

Segmented

हृष्ट-पुः-जन-आकीर्णा पताका-ध्वज-शोभिता

Analysis

Word Lemma Parse
हृष्ट हृष् pos=va,comp=y,f=part
पुः पुष् pos=va,comp=y,f=part
जन जन pos=n,comp=y
आकीर्णा आकृ pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
पताका पताका pos=n,comp=y
ध्वज ध्वज pos=n,comp=y
शोभिता शोभय् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part