रामायणम् — 4.24.37
Original
Segmented
एते हि सचिवा राजंस् तार-प्रभृतयः तव पुर-वासि-जनः च अयम् परिवार्य आसते ऽनघ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एते | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
हि | हि | pos=i |
सचिवा | सचिव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
राजंस् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
तार | तार | pos=n,comp=y |
प्रभृतयः | प्रभृति | pos=n,g=f,c=1,n=p |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
पुर | पुर | pos=n,comp=y |
वासि | वासिन् | pos=a,comp=y |
जनः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
परिवार्य | परिवारय् | pos=vi |
आसते | आस् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
ऽनघ | अनघ | pos=a,g=m,c=8,n=s |