रामायणम् — 4.24.2
Original
Segmented
न शोक-परितापेन श्रेयसा युज्यते मृतः यद् अत्र अनन्तरम् कार्यम् तत् समाधातुम् अर्हथ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
परितापेन | परिताप | pos=n,g=n,c=3,n=s |
श्रेयसा | श्रेयस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
युज्यते | युज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
मृतः | मृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अत्र | अत्र | pos=i |
अनन्तरम् | अनन्तर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
कार्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
समाधातुम् | समाधा | pos=vi |
अर्हथ | अर्ह् | pos=v,p=2,n=p,l=lat |