रामायणम् — 4.23.9
Original
Segmented
अवभग्नः च मे मानो भग्ना मे शाश्वती गतिः अगाधे च निमग्ना अस्मि विपुले शोक-सागरे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अवभग्नः | अवभञ्ज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
मानो | मान | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भग्ना | भञ्ज् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
शाश्वती | शाश्वत | pos=a,g=f,c=1,n=s |
गतिः | गति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अगाधे | अगाध | pos=a,g=m,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
निमग्ना | निमज्ज् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
विपुले | विपुल | pos=a,g=m,c=7,n=s |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
सागरे | सागर | pos=n,g=m,c=7,n=s |