रामायणम् — 4.23.29
Original
Segmented
राज-श्रीः न जहाति त्वाम् गतासुम् अपि मानद सूर्यस्य आवृत् शैलराजम् इव प्रभा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
श्रीः | श्री | pos=n,g=f,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
जहाति | हा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
गतासुम् | गतासु | pos=a,g=m,c=2,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
मानद | मानद | pos=a,g=m,c=8,n=s |
सूर्यस्य | सूर्य | pos=n,g=m,c=6,n=s |
आवृत् | आवृत् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
शैलराजम् | शैलराज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
प्रभा | प्रभा | pos=n,g=f,c=1,n=s |