रामायणम् — 4.22.4
Original
Segmented
युगपद् विहितम् तात न मन्ये सुखम् आवयोः सौहार्दम् भ्रातृ-युक्तम् हि तद् इदम् जातम् अन्यथा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युगपद् | युगपद् | pos=i |
विहितम् | विधा | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
मन्ये | मन् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आवयोः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=d |
सौहार्दम् | सौहार्द | pos=n,g=n,c=1,n=s |
भ्रातृ | भ्रातृ | pos=n,comp=y |
युक्तम् | युज् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
हि | हि | pos=i |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
जातम् | जन् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
अन्यथा | अन्यथा | pos=i |