रामायणम् — 4.22.17
Original
Segmented
इत्य् एवम् उक्तः सुग्रीवो वालिना भ्रातृ-सौहृदात् हर्षम् त्यक्त्वा पुनः दीनो ग्रह-ग्रसितः इव उडुराज्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इत्य् | इति | pos=i |
एवम् | एवम् | pos=i |
उक्तः | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
सुग्रीवो | सुग्रीव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वालिना | वालिन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
भ्रातृ | भ्रातृ | pos=n,comp=y |
सौहृदात् | सौहृद | pos=n,g=n,c=5,n=s |
हर्षम् | हर्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
त्यक्त्वा | त्यज् | pos=vi |
पुनः | पुनर् | pos=i |
दीनो | दीन | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ग्रह | ग्रह | pos=n,comp=y |
ग्रसितः | ग्रस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
उडुराज् | उडुराज् | pos=n,g=m,c=1,n=s |