रामायणम् — 4.22.15
Original
Segmented
राघवस्य च ते कार्यम् कर्तव्यम् अविशङ्कया स्याद् अधर्मो ह्य् अकरणे त्वाम् च हिंस्याद् विमानितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
राघवस्य | राघव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
कार्यम् | कार्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कर्तव्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
अविशङ्कया | अविशङ्का | pos=n,g=f,c=3,n=s |
स्याद् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
अधर्मो | अधर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ह्य् | हि | pos=i |
अकरणे | अकरण | pos=n,g=n,c=7,n=s |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
हिंस्याद् | हिंस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
विमानितः | विमानय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |