रामायणम् — 4.22.10
Original
Segmented
त्वम् अप्य् अस्य हि दाता च परित्राता च सर्वतः भयेष्व् अभय-दः च एव यथा अहम् प्लवग-ईश्वर
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
अप्य् | अपि | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
हि | हि | pos=i |
दाता | दातृ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
परित्राता | परित्रातृ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
सर्वतः | सर्वतस् | pos=i |
भयेष्व् | भय | pos=n,g=n,c=7,n=p |
अभय | अभय | pos=n,comp=y |
दः | द | pos=a,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
यथा | यथा | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
प्लवग | प्लवग | pos=n,comp=y |
ईश्वर | ईश्वर | pos=n,g=m,c=8,n=s |