Original

यदयं न्यायदृष्टार्थः सामदानक्षमापरः ।गतो धर्मजितां भूमिं नैनं शोचितुमर्हसि ॥ ७ ॥

Segmented

यद् अयम् न्याय-दृष्टार्थः साम-दान-क्षमा-परः गतो धर्म-जिताम् भूमिम् न एनम् शोचितुम् अर्हसि

Analysis

Word Lemma Parse
यद् यत् pos=i
अयम् इदम् pos=n,g=m,c=1,n=s
न्याय न्याय pos=n,comp=y
दृष्टार्थः दृष्टार्थ pos=n,g=m,c=1,n=s
साम सामन् pos=n,comp=y
दान दान pos=n,comp=y
क्षमा क्षमा pos=n,comp=y
परः पर pos=n,g=m,c=1,n=s
गतो गम् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
धर्म धर्म pos=n,comp=y
जिताम् जि pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
भूमिम् भूमि pos=n,g=f,c=2,n=s
pos=i
एनम् एनद् pos=n,g=m,c=2,n=s
शोचितुम् शुच् pos=vi
अर्हसि अर्ह् pos=v,p=2,n=s,l=lat