रामायणम् — 4.21.6
Original
Segmented
यस्मिन् हरि-सहस्राणि प्रयुतान्य् अर्बुदानि च वर्तयन्ति कृत-अंशानि सो ऽयम् दिष्टान्तम् आगतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यस्मिन् | यद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
हरि | हरि | pos=n,comp=y |
सहस्राणि | सहस्र | pos=n,g=n,c=1,n=p |
प्रयुतान्य् | प्रयुत | pos=n,g=n,c=1,n=p |
अर्बुदानि | अर्बुद | pos=n,g=n,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
वर्तयन्ति | वर्तय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
कृत | कृ | pos=va,comp=y,f=part |
अंशानि | अंश | pos=n,g=n,c=1,n=p |
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दिष्टान्तम् | दिष्टान्त | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आगतः | आगम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |