Original

न हि मम हरिराजसंश्रयात्क्षमतरमस्ति परत्र चेह वा ।अभिमुखहतवीरसेवितं शयनमिदं मम सेवितुं क्षमम् ॥ १६ ॥

Segmented

न हि मम हरि-राज-संश्रयात् क्षमतरम् अस्ति परत्र च इह वा अभिमुख-हत-वीर-सेवितम् शयनम् इदम् मम सेवितुम् क्षमम्

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
हि हि pos=i
मम मद् pos=n,g=,c=6,n=s
हरि हरि pos=n,comp=y
राज राजन् pos=n,comp=y
संश्रयात् संश्रय pos=n,g=m,c=5,n=s
क्षमतरम् क्षमतर pos=a,g=n,c=1,n=s
अस्ति अस् pos=v,p=3,n=s,l=lat
परत्र परत्र pos=i
pos=i
इह इह pos=i
वा वा pos=i
अभिमुख अभिमुख pos=a,comp=y
हत हन् pos=va,comp=y,f=part
वीर वीर pos=n,comp=y
सेवितम् सेव् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
शयनम् शयन pos=n,g=n,c=1,n=s
इदम् इदम् pos=n,g=n,c=1,n=s
मम मद् pos=n,g=,c=6,n=s
सेवितुम् सेव् pos=vi
क्षमम् क्षम pos=a,g=n,c=1,n=s