रामायणम् — 4.21.16
Original
Segmented
न हि मम हरि-राज-संश्रयात् क्षमतरम् अस्ति परत्र च इह वा अभिमुख-हत-वीर-सेवितम् शयनम् इदम् मम सेवितुम् क्षमम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
हरि | हरि | pos=n,comp=y |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
संश्रयात् | संश्रय | pos=n,g=m,c=5,n=s |
क्षमतरम् | क्षमतर | pos=a,g=n,c=1,n=s |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
परत्र | परत्र | pos=i |
च | च | pos=i |
इह | इह | pos=i |
वा | वा | pos=i |
अभिमुख | अभिमुख | pos=a,comp=y |
हत | हन् | pos=va,comp=y,f=part |
वीर | वीर | pos=n,comp=y |
सेवितम् | सेव् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
शयनम् | शयन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
सेवितुम् | सेव् | pos=vi |
क्षमम् | क्षम | pos=a,g=n,c=1,n=s |