रामायणम् — 4.21.11
Original
Segmented
संस्कार्यो हरि-राजः तु अङ्गदः च अभिषिच्यताम् सिंहासन-गतम् पुत्रम् पश्यन्ती शान्तिम् एष्यसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संस्कार्यो | संस्कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
हरि | हरि | pos=n,comp=y |
राजः | राज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
अङ्गदः | अङ्गद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
अभिषिच्यताम् | अभिषिच् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
सिंहासन | सिंहासन | pos=n,comp=y |
गतम् | गम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
पुत्रम् | पुत्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पश्यन्ती | दृश् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
शान्तिम् | शान्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
एष्यसि | इ | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |