रामायणम् — 4.20.9
Original
Segmented
निरानन्दा निराशा अहम् निमग्ना शोक-सागरे त्वयि पञ्चत्वम् आपन्ने महा-यूथप-यूथपे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
निरानन्दा | निरानन्द | pos=a,g=f,c=1,n=s |
निराशा | निराश | pos=a,g=f,c=1,n=s |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
निमग्ना | निमज्ज् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
सागरे | सागर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
पञ्चत्वम् | पञ्चत्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आपन्ने | आपद् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
यूथप | यूथप | pos=n,comp=y |
यूथपे | यूथप | pos=n,g=m,c=7,n=s |