Original

किमङ्गदं साङ्गद वीर बाहो विहाय यास्यद्य चिरप्रवासं ।न युक्तमेवं गुणसंनिकृष्टं विहाय पुत्रं प्रियपुत्र गन्तुम् ॥ २२ ॥

Segmented

किम् अङ्गदम् स अङ्गदैः वीर-बाहो विहाय यास्य् अद्य चिर-प्रवासम् न युक्तम् एवम् गुण-संनिकृष्टम् विहाय पुत्रम् प्रिय-पुत्र गन्तुम्

Analysis

Word Lemma Parse
किम् pos=n,g=n,c=2,n=s
अङ्गदम् अङ्गद pos=n,g=m,c=2,n=s
pos=i
अङ्गदैः अङ्गद pos=n,g=m,c=8,n=s
वीर वीर pos=n,comp=y
बाहो बाहु pos=n,g=m,c=8,n=s
विहाय विहा pos=vi
यास्य् या pos=v,p=2,n=s,l=lat
अद्य अद्य pos=i
चिर चिर pos=a,comp=y
प्रवासम् प्रवास pos=n,g=m,c=2,n=s
pos=i
युक्तम् युज् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
एवम् एवम् pos=i
गुण गुण pos=n,comp=y
संनिकृष्टम् संनिकृष् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
विहाय विहा pos=vi
पुत्रम् पुत्र pos=n,g=m,c=2,n=s
प्रिय प्रिय pos=a,comp=y
पुत्र पुत्र pos=n,g=m,c=8,n=s
गन्तुम् गम् pos=vi