रामायणम् — 4.2.4
Original
Segmented
चिन्तयित्वा स धर्म-आत्मा विमृश्य गुरुलाघवम् सुग्रीवः परम-उद्विग्नः सर्वैः अनुचरैः सह
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
चिन्तयित्वा | चिन्तय् | pos=vi |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विमृश्य | विमृश् | pos=vi |
गुरुलाघवम् | गुरुलाघव | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सुग्रीवः | सुग्रीव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
परम | परम | pos=a,comp=y |
उद्विग्नः | उद्विज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
सर्वैः | सर्व | pos=n,g=m,c=3,n=p |
अनुचरैः | अनुचर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सह | सह | pos=i |