रामायणम् — 4.19.24
Original
Segmented
शार्दूलेन आमिषस्य अर्थे मृग-राजम् यथा हतम् अर्चितम् सर्व-लोकस्य स पताकम् स वेदिकम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शार्दूलेन | शार्दूल | pos=n,g=m,c=3,n=s |
आमिषस्य | आमिष | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अर्थे | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
मृग | मृग | pos=n,comp=y |
राजम् | राज् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
हतम् | हन् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
अर्चितम् | अर्चय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
लोकस्य | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
स | स | pos=i |
पताकम् | पताका | pos=n,g=m,c=2,n=s |
स | स | pos=i |
वेदिकम् | वेदिका | pos=n,g=m,c=2,n=s |