रामायणम् — 4.18.51
Original
Segmented
त्वया ह्य् अनुगृहीतेन शक्यम् राज्यम् उपासितुम् त्वद्-वशे वर्तमानेन तव चित्त-अनुवर्तिना
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
ह्य् | हि | pos=i |
अनुगृहीतेन | अनुग्रह् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
शक्यम् | शक्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
राज्यम् | राज्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
उपासितुम् | उपास् | pos=vi |
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
वशे | वश | pos=n,g=m,c=7,n=s |
वर्तमानेन | वृत् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
चित्त | चित्त | pos=n,comp=y |
अनुवर्तिना | अनुवर्तिन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |