रामायणम् — 4.18.50
Original
Segmented
मद्-दोष-कृत-दोषाम् ताम् यथा ताराम् तपस्विनीम् सुग्रीवो न अवमन्येत तथा अवस्थातुम् अर्हसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मद् | मद् | pos=n,comp=y |
दोष | दोष | pos=n,comp=y |
कृत | कृ | pos=va,comp=y,f=part |
दोषाम् | दोष | pos=n,g=f,c=2,n=s |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
ताराम् | तारा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
तपस्विनीम् | तपस्विनी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
सुग्रीवो | सुग्रीव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अवमन्येत | अवमन् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
तथा | तथा | pos=i |
अवस्थातुम् | अवस्था | pos=vi |
अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |