रामायणम् — 4.18.46
Original
Segmented
न त्व् आत्मानम् अहम् शोचे न ताराम् न अपि बान्धवान् यथा पुत्रम् गुण-श्रेष्ठम् अङ्गदम् कनक-अङ्गदम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
त्व् | तु | pos=i |
आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
शोचे | शुच् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
न | न | pos=i |
ताराम् | तारा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
बान्धवान् | बान्धव | pos=n,g=m,c=2,n=p |
यथा | यथा | pos=i |
पुत्रम् | पुत्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
गुण | गुण | pos=n,comp=y |
श्रेष्ठम् | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
अङ्गदम् | अङ्गद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कनक | कनक | pos=n,comp=y |
अङ्गदम् | अङ्गद | pos=n,g=m,c=2,n=s |